ଭାବ ର ବନ୍ଧନ
                    
                    
                        ଆଜିକୁ ପ୍ରାୟ ୧୭/୧୮ ବର୍ଷ ତଳ ର କଥା,, ମୁଁ ବରଯାତ୍ରୀ ରେ ଯାଇଥାଏ,, ଗଣିଆ ପାଖ ସିଧାମଳା ଗ୍
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ମାଁ ମାହେଶ୍ୱରୀ ଗୌସେବାଶ୍ରମ ଘିକୁଣ୍ଡି
                    
                    
                        ମାଁ ମାହେଶ୍ୱରୀ ଗୌସେବାଶ୍ରମ ଘିକୁଣ୍ଡି   
ସୁବର୍ଣ୍ଣପୁର ଋଷିକ୍ଷେତ୍ର ଅନ୍ତର
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
दस महाविद्या स्तोत्र/Das Mahavidya Stotra
                    
                    
                        नमस्ते चण्डिके । चण्डि । चण्ड-मुण्ड-विनाशिनि । नमस्ते कालिके । काल-महा-भय-व
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
କୋଶଳାଞ୍ଚଳ ପ୍ରସିଦ୍ଧ ବଇଲ ଯାତ୍ରା  ଚେରୁପାଲୀ
                    
                    
                        ମହାନ ସଂସ୍କୃତି ଓ ପର୍ବ ପର୍ବାଣି ର ମାଟି ଭାରତ । ବିଭିନ୍ନ ଅଂଚଳର ବିଭିନ୍ନ ଲୋକ ଚଳଣ
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
स्त्रियों के 16 श्रृंगार एवं उसका महत्व
                    
                    
                        हिन्दू महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार का विशेष महत्व है। विवाह के बाद स्त्री इन स
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ପରମ ଶକ୍ତିମୟୀ ମାଁ ମେଟାକାନୀ 
                    
                    
                        ପରମ ଶକ୍ତିମୟୀ ମାଁ ମେଟାକାନୀ 
ଓଡିଶା ସ୍ଥିତ ସୁବର୍ଣ୍ଣପୁର ଋଷିକ୍ଷେତ୍ର ର ପ୍ରସ
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ଶ୍ରୀ ମହାକାଳ ଭୋଲେନାଥ କପିଳେଶ୍ୱର
                    
                    
                        ଶ୍ରୀ ମହାକାଳ ଭୋଲେନାଥ କପିଳେଶ୍ୱର ନାମରେ ପୂଜା ପାଆନ୍ତି ସୋନପୁର ଜିଲ୍ଲା ବିନିକା ନି
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ରସ ସାର ଚଉତିଶା
                    
                    
                        ରାଗ - ପୂରବୀ
            ରତ୍ନାକର ଚମ୍ପୂର 'କ' ପଟଳ ବୃତ୍ତେ
        &
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ମହାପ୍ରଭୁ ହେ ନୀଳଗିରି ବିହାରୀ
                    
                    
                        ମହାପ୍ରଭୁ ହେ ନୀଳଗିରି ବିହାରୀ..
ଯୁଗ ଯୁଗକୁ ଲୀଳା କେତେ ତୁମ୍ଭରି..o
    ସତ୍ୟର
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
Aquatic Insects
                    
                    
                        The advancement of our knowledge on the ecology and biology of aquatic insects is essential to improving our understanding of their roles in water quality, disease ecology, as indicators of climate
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
पातालेश्वर शैव धाम, पाईकपडा थेरुबाली
                    
                    
                        भगवान श्री अनंत जी के द्वारा प्रतिष्ठीत प्रभु भोलेनाथ जी के शिव मंदिर देखन
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ଅସହାୟ ର ଶକ୍ତି ସ୍ଵପ୍ନେଶ୍ଵର ବାବା
                    
                    
                        ନୂଆପଡା ଋଷିକ୍ଷେତ୍ର ଅନ୍ତର୍ଗତ ଖରିଆର ଅଂଚଳର ବର୍ତ୍ତନଶିଲ ଶୈବ ପୀଠ । ଖରିଆର ଠାରୁ ଅନ
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
ଯୋଗେଶ୍ଵର ମହାଦେବ ଯୋଗୀସର୍ଡା
                    
                    
                        ବଲାଙ୍ଗୀର ର ପୂର୍ବ ପଟେ, ବରଗଡ ରାସ୍ତା ରେ ପଡିଥାଏ ଜୋଗିସର୍ଡା। ଯେଉଁଠି ବିରାଜମାନ କର
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
सनातन धर्म की महानता
                    
                    
                        
श्मशान में जब महर्षि दधीचि के मांसपिंड का दाह संस्कार हो रहा था तो उनकी प
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
भारत भूमि का अनमोल रत्न
                    
                    
                        94 साल के एक बूढ़े व्यक्ति को मकान मालिक ने किराया न दे पाने पर किराए के मकान स
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
हमारे संस्कृति का आधार
                    
                    
                        
भारत में प्राचीन समय से ही ऋषि-मुनियों का विशेष महत्व रहा है क्योंकि ये स
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
शुभ्रक
                    
                    
                        कुतुबुद्दीन ऐबक घोड़े से गिर कर मरा था
यह तो सब जानते हैं, 
लेकिन कै
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
क्रांतिकारी राघोजी भांगरे
                    
                    
                        राघोजी भांगरे (8 नवंबर 1805 - 2 मई 1848) भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिका
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
मातृभूमि की अनमोल हीरा
                    
                    
                        भस्म उड़ा कर मिट्टी की, सर हाथी के चढ़ जाता था।
राणा प्रताप तेरा घोड़ा भी रजप
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
बीर योद्धा बाजीराव पेशवा
                    
                    
                        अगर बाजीराव पेशवा को सिर्फ मस्तानी के प्रेमी की तरह देखा जाने लगा तो ये देश 
                     
                    
                 
                                
                    
                    
                        
एक कहानी इतिहास से
                    
                    
                        भारत में कई सदियों पहले एक किताब- (#मेरुतुंगाचार्य_रचित_प्रबन्ध_चिन्तामणि)